गुना युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक कर नशा उन्मूलन की ली गई शपथ
मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं श्री अमिताभ मिश्र प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गुना के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गुना के द्वारा आज सोनाली लॉ कॉलेज गुना के समन्वय से नालसा (नशा पीड़ितों के लिए विधिक सेवा) योजना 2015 के अंतर्गत नशा उन्मूलन विषय पर विधिक जागरूकता कार्यक्रम सोनाली लॉ कॉलेज गुना मे आयोजित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में श्रीमती वंदना त्रिपाठी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गुना द्वारा लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करते हुए नशे से संबंधित कानून जैसे एनडीपीएस एक्ट के महत्वपूर्ण प्रावधानों की जानकारी दी गई एवं नालसा (नशा पीड़ितों के लिए विधिक सेवा)योजना 2015, निःशुल्क विधिक सहायता योजना, कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक अपराधों से संरक्षण (पॉश एक्ट)के बारे में भी जागरूक किया गया।इसके साथ ही महिलाओं से संबंधित कानूनों जैसे घरेलु हिंसा, पॉक्सों एक्ट, अपराध पीडित प्रतिकर योजना आदि की भी जानकारी दी गई।
इसके साथ ही श्री सर्वेश चतुर्वेदी जिला विधिक सहायता अधिकारी द्वारा उक्त कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को नशे से जुडे हुए सायक्लोजिकल, सामाजिक तथा आर्थिक मिथ व वास्तविकता के बारे में जानकारी देते हुए यह बताया कि किस तरह नशे की लत से स्वयं तथा समाज को बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त उपस्थित विद्यार्थियों को नालसा एवं सालसा की योजनाओं मुख्यतःनालसा (नशा पीड़ितों के लिए विधिक सेवा)योजना 2015,निःशुल्क नालसा हेल्पलाईन नंबर 15100 आदि के बारे मे जानकारी दी जाकर लाभांवित किया गया तथा उपस्थित विद्यार्थियों को लीगल सर्विसेज अथोरिटी एक्ट 1987 के महत्वपूर्ण प्रावधानों की जानकारी देते हुए छात्रों को विधिक सेवा से जुड़ने तथा समाज के वंचित वर्ग तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित किये जाने हेतु जागरूक किया गया।
उक्त कार्यक्रम में मन संस्था की ओर से उपस्थित श्रीमती शुभिका विजयवर्गीय एवं सुश्री भावना मुकुन्द द्वारा उपस्थित छात्रों से नशे के मानसिक एवं शारीरिक दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए जागरूक किया गया।
उक्त कार्यक्रम के अंत में उपस्थित शिक्षकगण एवं विद्यार्थियों को स्वयं एवं समाज से नशा उन्मूलन किये जाने हेतु शपथ दिलाई गई। उक्त कार्यक्रम में श्रीमती मनीषा समाधिया पैनल अधिवक्ता, सोनाली विधि महाविद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।