
मण्डला। प्रदेश सरकार की अनूठी पहल जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा एवं सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कुमट के मार्गदर्शन में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत ग्राम केहरपुर के तालाब में घाटों की साफ सफाई कर श्रमदान किया गया इस दौरान म.प्र. जन अभियान परिषद् के विकासखंड समन्वयक संतोष कुमार झारिया ने जल संरक्षण की उपयोगिता बताते हुए कहा कि जल ही जीवन है जो जीवन का आधार है, मानव जाति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती, क्योंकि यह मनुष्य, जानवर और पौधे सभी के लिए आवश्यक है। जल का महत्व कई तरीकों से साबित होता है, जैसे कि पीने, खाना पकाने, नहाने, सफाई, खेती, उद्योग और परिवहन आदि में इसका उपयोग। जल की अनुपलब्धता, या दूषित जल, जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है,
इसलिए जल का संरक्षण और प्रबंधन बहुत जरूरी है। ग्राम पंचायत सरपंच श्री *सतवंत उलारी ने पंचायती राज दिवस की जानकारी देते हुए कहा कि पंचायती राज अधिनियम का मुख्य महत्व यह है कि यह स्थानीय स्वशासन को मजबूत बनाता है और ग्रामीण* *स्तर पर विकास को बढ़ावा देता है। यह अधिनियम, 1992 में 73वें संविधान संशोधन द्वारा लागू किया गया था, जिसका उद्देश्य लोगों को शासन में भागीदार बनाना, आर्थिक विकास सुनिश्चित करना और सामाजिक न्याय को लागू करना है
इस दौरान एमएसडब्ल्यू के छात्र योगेन परमार, रेणुका परमार, राजकुमार ने अपने अपने विचार व्यक्त किए इस अवसर पर ग्राम पंचायत केहरपुर की मोबोलाईजर चंद्रकाली भांवरें, हेमलता मरावी,अंकित उलारी ,अक्षय कुर्वेति, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ललिता अरसिया, शिवकुमार बंदेवार, इत्यादि ग्रामवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई ।