
महिला दिवस के अवसर पर विवेकानंद हॉस्पिटल में गोष्ठी का आयोजन।
लखनऊ.संवाददाता अमित चावला
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक स्कूल एवं कॉलेज ऑफ नर्सिंग, लखनऊ द्वारा लिविंग पर्सनल एण्ड प्रोफेसनल वेल्यू विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, में किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत वैदिक मन्त्रोंच्चारण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ जिसमें गणमान्य अतिथियों एवं संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज ने दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया तथा विवेकानन्द कॉलेज ऑफ नर्सिग की प्रोफेसर देबारति घोष ने उपस्थित गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।
संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने सम्बोधन में कहा कि महिला दिवस मनाने का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सम्मान देना है।
नारी केवल एक शब्द नहीं, बल्कि संपूर्ण सृष्टि का आधार है। वह जीवनदायिनी है, प्रेम की मूर्ति और रिश्ते संवारने वाली शक्ति है। भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति, ममता, और त्याग का स्वरूप माना गया है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है :-
’यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’
अर्थात जहाँ पर नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है। यह स्पष्ट करता है कि बहुत लंबे समय से नारी के महत्व को रेखांकित किया जाता रहा है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, फिर भी कई चुनौतियाँ उनके सामने खड़ी हैं। अगर हम किसी समाज को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें महिलाओं को सशक्त बनाना होगा। महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं को उनके अधिकार, शिक्षा, रोजगार और स्वतंत्रता देना ताकि वे अपने जीवन को अपनी शर्तों पर जी सकें।
विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक स्कूल एवं कॉलेज ऑफ नर्सिंग, लखनऊ की प्रधानाचार्या श्रीमती डा0 एन. वेंकटलक्ष्मी ने महिला शक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला तथा सभी सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। महिला दिवस पर अपने सम्बोधन में कहा कि यह दिन न केवल महिलाओं के संघर्ष, उपलब्धियों और योगदान को पहचानने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमें यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि हमें महिला सशक्तिकरण को लेकर कई सारे कदम उठाने की जरूरत है।
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ व टी.एन.ए.आई. की सचिव श्रीमती भूमिका सिंह ने सत्यनिष्ठा, ईमानदारी और जिम्मेदारी विषय पर अपने विचार रखें अपने व्याख्यान के दौरान उन्होंने मुख्य बिंदु जब कोई न देख रहा हो तो सही काम करें पर जोर दिया।
पीएसएमएफ और मिशन निरामया की नोडल अधिकारी व नर्सिंग सलाहकार डॉ0 नीतू देवी ने कार्य नैतिकता, संचार और निष्पक्षता का सम्मान विषय पर अपने विचार रखें। अपने भाषण के दौरान उन्होंने नर्सिंग पेशे में नैतिक मूल्यों को बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला।
विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान सस्थान, लखनऊ के स्त्री एवं प्रसूति विभाग की विभागाध्यक्ष डा0 सोनू सिंह ने महिला दिवस पर कार्रवाई और निर्णय लेना विषय पर जागरूक किया.
वही विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान सस्थान, लखनऊ के नेत्र रोग विभाग की डा0 जिम्मी मित्तल ने जवाबदेही, निष्ठा और अनुकूलन विषय पर उपस्थित छात्राओं को संबोधित किया। अपने मुख्य भाषण के दौरान उन्होंने नर्सिंग पेशे में जवाबदेही और निष्ठा को बढ़ावा देने के लिए नर्स की भूमिका पर बात की।
इस अवसर पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभाग किये हुए छात्राओं को संस्थान के सचिव व मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया।