
लखनऊ। रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन, बेलूर मठ, हावड़ा के उपाध्यक्ष, श्रीमत् स्वामी दिव्यानन्दजी महाराज आज रामकृष्ण मठ लखनऊ के आश्रम में पधारे। पूज्य महाराज ने भक्तों को रामकृष्ण मठ, सभागार में दर्शन दिए। इस अवसर पर मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज ने उपाध्यक्ष महाराज को अंगवस्त्र पहना कर उनका अभिवादन किया। उस दौरान पर बड़ी संख्या में भक्तों, श्रद्धालुओं एवं विवेकानन्द अस्पताल के कर्मचारियों ने पूज्य महाराज को अपना श्रद्धा निवेदन किया तथा पूज्य महाराज ने उपस्थित सभी भक्तों को अपना आशीर्वाद दिया।
इसके पूर्व श्री रामकृष्ण देव जी की 189वीं जयंती समारोह पर आयोजित 09 दिवसीय कार्यक्रम के सातवें दिन दूर-दराज से भारी तादात में भक्तगण आये।
सुबह मुख्य मंदिर में, माँ की मधुर स्मुतियां पर प्रवचन रामकृष्ण मठ, लखनऊ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज द्वारा दिया गया। प्रवचन देते हुये उन्होंने कहा कि भगवान के प्रति सच्चा प्रेम विकसित करने का रहस्य उनके पवित्र नाम की पुनरावृत्ति है। उन्हांने इस बात पर भी जोर दिया कि भगवान की पूजा करने का सबसे अच्छा तरीका किसी भी रूप में अपने व्यथित बच्चों की सेवा करना है।
संध्या आरती के उपरान्त रामकृष्ण मठ प्रेक्षागृह में जगत गुरू श्री रामकृष्ण विषय पर एक लीला गीति प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम की समाप्ति पर मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज ने मंचासीन रामकृष्ण सेवा समिति के सदस्यों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया।