ओंकारेश्वर के नागर घाट पर गौतमपुरा के सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पंडित जी कुलदीप शर्मा की कथा का आयोजन
ओंकारेश्वर के नागर घाट पर गौतमपुरा के सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पंडित जी कुलदीप शर्मा की कथा का आयोजन
देपालपुर गौतमपुरा से
रिपोर्टर राम चंद्र शर्मा
नगर गौतमपुरा जिला
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दौर के सुप्रसिद्ध भागवत आचार्य पंडित कुलदीप जी शर्मा के द्वारा ओंकारेश्वर के नागर घाट पर भागवत कथा का आयोजन देपालपुर क्षेत्र के लोगों द्वारा सात दिवस की कथा का आयोजन नर्मदा के नागर घाट पर किया जा रहा है पंडित कुलदीप जी शर्मा के भागवत कथा पर हजारों की संख्या में लोग उपस्थित होकर भागवत कथा का श्रवण लाभ ले रहे हैं आज हमें भी कथा श्रवण का सौभाग्य मिला पंडित जी के मुखारविंद से निकले हुए शब्द मानो ईश्वर तुल्य हो पंडित जी के हर शब्द में भटके हुए परिवार को जोड़ने का मूल मंत्र की सम्प ही संपत्ति है परिवार यदि टूटता है तो लक्ष्मी उसे परिवार से अलग हो जाती है कभी भी परिवार को टूटने नहीं देना चाहिए जहां सुमति है वहां संपत्ति है और जहां भी कुमति है वहां विपत्ति है तो सभी श्रद्धालुओं और श्रवण कर्ताओं को आगाह किया कि कुमति को कभी भी नहीं आने देना चाहिए अपने प्रवचन के दौरान उन्होंने कृष्ण और मित्र का उदाहरण देकर भी समझाया कथा के पांचवें दिन के विश्राम के बाद भगवान को छप्पन भोग लगाकर प्रसाद का वितरण किया गया