
चिलम के धुएं में उड़ा रहे हैं अपना भविष्य
रेहटी – नगर रेहटी के ग्रामीण क्षेत्रो मै गांजे के शौकीनो की सख्या लगातार बढती जा रही है आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो से गांजे के शौकीन रेहटी मै आकर गांजे की पुडिया आसानी से उपलब्ध हो रही है और हालात यह है कि 12 से 15 साल के बच्चे भी पुराने हाईस्कूल भवन एवं दशहरा मैदान मे गाजे की चिलम के साथ कश लगाते देखा जा सकता है।हायर सेकेण्ड्री भवन के पास दिनभर गांजा के शौकीन नसेडियो का जमघट लगा रहता है। पढने की उम्र मे बच्चे इस नशे की लत मै अपनी काफी पुस्तक छोड हाथ मै चिलम लेकर कश मारते हुऐ दिनभर मस्त रहते है नशे के आदी होने के बाद पैसा नही होने पर अपराध करने से भी नही चूकते है।गांजे के नशे की लत इनका सबकुछ बरबाद कर रही है।नाम ना छापने की शर्त पर एक नशेडी ने बताया की हमे गांजे की पुडिया आसानी से उपलब्ध हो जाती है।और यह नशा अन्य नशे से सस्ता पडता है।10 रूपये से लेकर 100 रूपये तक की पुडिया मिलती है।गांजे की लत मै युवा घर का। समान बेचकर अपने नशे की लत को पूरा कर रहे हैं।नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र मै दिनभर मै गांजे की खपत 30 से 35 किलो है।नगर रेहटी मै 4 से 5 जगह गांजा बिक रहा है।नगर वा क्षेत्र में गांजे के शौकीनो की सख्या लगातार बढती जा है।रेहटी के पास के क्षेत्र मै भी जगह जगह गांजे की पुडिया आसानी से उपलब्ध हो जाती है।