
कालापीपल विधानसभा की सड़कों ने सरकार के विकास की पोल खोल कर रख दी सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है लेकिन यहां के राजनीतिक लोग सिर्फ अपने वोट बैंक से मतलब रखते हैं ना कि आम जनता का ध्यान रखा जाता है कालपीपल से जेठडा जोड़ तक का रास्ता पूरी तरह से खोदकर पटक दिया गया है जिसमें आए दिन हादसे होते रहते हैं
हालत इतनी खराब है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है।
कोई तो ध्यान दीजिए जनप्रतिनिधि या अधिकारी
शुजालपुर पहुंचने के लिए अधिकारी, बदलें रास्ते, लेकिन सड़क कोई नहीं बनवा पा जनप्रतिनिधियों ने विधायक घनश्याम चंद्रवंशी द्वारा रहे है। कालापीपल विधानसभा की सड़कों ने सरकार के विकास की पोल खोल कर रख दी है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम के दौरान बोला था, कि हमारे मध्य प्रदेश की सड़के अमेरिका की सड़कों से भी अच्छी है, लेकिन शायद वहां यह बोलना भूल गए थे कि मध्य प्रदेश में जो कालापीपल विधानसभा की सड़के है। वह पुरे प्रदेश में अव्वल है।
अब बात करते हैं, कालापीपल से जेठडा जोड़ एवं भीलखेड़ा से कालापीपल, अमलाय-खमलाय जो कि कालापीपल विधानसभा की प्रमुख सड़के है जो जिले से राजधानी को जोड़ती है। लेकिन इन सड़कों की विधानसभा चुनाव के पूर्व राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने इस सड़क का भूमि पूजन किया था उसके बाद आचार संहिता लगने के कारण सड़क का काम चालू नहीं हो पाया, उसके बाद नई सरकार बनी वही कालापीपल विधानसभा के नए दोबारा से सड़क का भूमि पूजन किया गया, लेकिन सड़क का काम सिर्फ 15 से 20 दिन चला ओर सड़क खोद कर पटक दिया गया, जिसका आज दिनांक तक काम चालू नहीं हुआ है। वर्तमान में कालापीपल से जेठडा जोड़ की सड़क विधानसभा के विकास की हकीकत को उजागर कर रही है। गांव से लेकर नगर तक सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण कालापीपल विधानसभा की प्रमुख सड़कें है। पहली जेठडा जोड़ से कालापीपल, भीलखेड़ा से कालापीपल, अमलाय खमलाय मार्ग विकास की हकीकत दिखा रहा है। बारिश निकलने के बाद राहगीर अब धूल से परेशान हो रहे है। अधिकारी एवं क्षेत्र के नेता मस्त है, वहीं दूसरी और जनता त्रस्त है