
*मेला समिति का निर्णय : नवाचार नहीं, पूर्व प्रथा में मेंला आयोजन,जितेंद्र गोहे होंगे मेला प्रभारी*
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद/ नगर पालिका मेला समिति द्वारा 21 नवंबर को लिए गए निर्णय अनुसार पीरानपीर एंव शीतला माता मेला 2024 विगत वर्षों से चल रही प्रथा या प्रणाली अनुसार ही आयोजित होगा। जिसमें 30 अक्टूबर के परित परिषद प्रस्ताव मुताबिक नवाचार नहीं किया जाकर निकाय स्तर पर ही मेला दुकानों का आवंटन एंव उसके निर्धारित शुल्क का संग्रहण कर्मचारियो से ही कराया जाना है। साथ ही मेले की संपूर्ण कार्यवाही, दुकानदारो को भूमि आवंटन एंव मेले से संबंधित प्राप्त शिकायतो का निराकरण मेला समिति के माध्यम से करने हेतु जितेन्द्र गोहे, (सहायक राजस्व निरीक्षक.) को मेला प्रभारी का दायित्व सौपा जाना है।
वही मेले में निकाय हित तथा व्यापारीयो की सुविधा एंव व्यापार वृद्धि के दृष्टिगत कृषि उपज मंडी समिति की सहमति से मेला परिसर का विस्तार / परिर्वतन करने की स्वीकृति मेला समिति द्वारा दी गई है । विदित है, बीते वर्षो में मंडी समिति द्वारा मेला अवधि के लिए दी जाने वाली जमीन का शुल्क 30 हजार रुपए निर्धारित किया गया था । वही उक्त जमीन से बीते दो वर्षों में क्रमशः 12.30 लाख तथा 8 लाख से अधिक का शुल्क संग्रहण किया जाना बताया जाता है।
*निविदा आमंत्रण सूचना और उसका निरस्तीकरण*
उल्लेखनीय है 30 अक्टूबर को मेला 2024 के आयोजन को लेकर परिषद द्वारा नवाचार को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया था। जिसमें मेले में दुकान आवटंन एंव दुकानदारो से निर्धारित दरो से वसूली का ठेका निलामी बोली से किया जाने का निर्णय लिया गया था। तदनुसार प्रथम अल्पकालीन नीलामी सूचना में शुल्क संग्रहण हेतु ठेकेदार की नियुक्ति हेतु 25 नवंबर की तारीख निर्धारित की गई थी। लेकिन 20 अक्टूबर को मेंला व्यापारियों के साथ हुई चर्चा के बाद नगर पालिका मेला समिति द्वारा 21 नवंबर को जो निर्णय लिया गया है, उसके रहते 18 दिसंबर को मेला पोरानपीर एवं शीतलामाता वर्ष 2024 में लगने वाली दुकानों, झूले, अन्य मनोरंजन के साधनो, झूलों के आस पास की दुकानों, चलित ठेलों, टेबल इत्यादि हेतु स्थान आवंटन एवं निर्धारित शुल्क संग्रहण हेतु ठेकेदार की नियुक्ति संबंधी विज्ञप्ति 25 नवंबर तक आमंत्रित की गई थी , अब उसे निरस्त करने हेतु विज्ञापन प्रकाशित करने की प्रक्रिया प्रचलन में है।