
लेखा शाखा का खुला फर्जीवाड़ा एक दिन मे एक जैसे नंबर के दो बिल हुऐ पास आर टी आई से मिली जानकारी मे मामला हुआ उजागर
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद नगर पालिका पर लेखा शाखा के माध्यम से निर्माण, राजस्व , स्थापना , स्वास्थ्य और स्वच्छता तथा स्टोर शाखा मैं चल रहे भ्रष्टाचार सर्वविदित है। इस बारे छत्रपति में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, भोपाल में पंजीबद्ध शिकायत क्र. 182/2020 पर चालानी कार्यवाही लंबित बताई जाती है। ऐसे में स्वास्थ्य शाखा से संबंधित एक आरटीआई जानकारी के मुताबिक एक्टिविस्ट सुधीर बैसवार लेखा शाखा से बिलो के दो बार भुगतान किये जाने का ऐसा मामला उजागर होना बताया जाता है। जिसमें 17 महीने बाद बगैर किसी कार्रवाई प्रक्रिया के संबंधित फर्म द्वारा स्वत; ली गई गैरवाजिब की राशि को जमा किया गया है। कथित वित्तीय अनियमितता के इस खेला पर सीएमओ सनावद से मामले की जांच तथा नगरी निकाय संभाग आयुक्त से विगत वित्तीय वर्ष के केश बुक के भौतिक सत्यापन करवाए जाने की मांग एक्टिविस्ट बैसवार द्वारा की गई है।
एक्टिविस्ट बैसवार मुताबिक लेखा शाखा से मिली आरटीआई जानकारी बताती है 18 फरवरी 2023 को विविध शीर्ष में वाउचर कमांड 984 द्वारा शिरोमणि ऑटोमोबाइल सनावद के 6 बिलों का भुगतान किया गया था। जिसमें दो बिल क्रमशः बिल क्रमांक 77 दिनांक 3/8/22 और बिल क्रमांक 78 दिनांक 18 /8 /22 को दो बार अंकित किया गया है। इस पर लेखा शाखा के कार्यवाही पत्रक अनुसार संबंधित नस्ती में इन बिलों के दो बार जुड़ जाने से सेवा प्रदायक द्वारा 26.7.2024 को उन दोनों बिलों की कुल राशि को निकाय कोष में जमा किया जाना बताया गया है। जबकि इस प्रकरण में एक एक ही नस्ती में संबंधित एजेंसी के एक नहीं दो बिलों का भुगतान किया जाना और आरटीआई जानकारी देने के दबाव में 17 महीने से अधिक समय बाद उसे कथित भुगतान को बगैर किसी कागजी प्रक्रिया के निकाय को वापस लौटने का खेला चौंकाने वाला रहा है । ऐसे में बहरहाल यह तो तय हो गया कि नगर पालिका में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरे में जम चुकी हैं। लोगों का सालों चक्कर लगाते समय बीत जाता है लेकिन उनके बिलों का भुगतान नहीं हो पाता है। इस मामले से हो सकता है कि नगर पालिका अध्यक्ष और अधिकारी की आंखें खुलें और वातावरण कुछ ठीक हो। जबकि नागरिकों का आरोप है कि पालिका में हर काम के लिए निर्धारित रकम तय है। जब तक वह नहीं मिलती, किसी का काम नहीं होता है।