
*बड़वाह ब्लॉक के पुजारा फाल्या की आदिवासी छात्राएं बोलीं- गांव में नहीं है बिजली, छोड़ देंगी पढ़ाई*
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद/बड़वाह ब्लॉक के अंतर्गत बेड़िया के पास अतरसुंबा गांव के पास पुजारा फाल्या गांव में करीब 80 परिवार रहते हैं। जिसमें अधिकांश आदिवासी समाज से हैं । इस गांव में अब तक बिजली की माकूल व्यवस्था नहीं होने से बुधवार को किरण पंवार, रानू बामनिया, करीना बामनिया सहित कुछ छात्राएं बिजली कंपनी के बड़वाह ऑफिस पहुंचीं। यहां डीई के नहीं मिलने पर उन्होंने कार्यालय में ज्ञापन दिया। इन छात्राओं का का कहना था कि वे बिजली नहीं होने से रात में पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। दिनभर कॉलेज में रहने के बाद शाम को घर आती हैं तो अंधेरा रहता है।
पुजारा फाल्या से बिजली के तार से घर तक लाए गए थे, लेकिन पर्याप्त वोल्टेज नहीं मिल पाता। इससे ना तो पंखे चलते हैं, ना ही पर्याप्त रोशनी आती है। परीक्षा में कम नंबर आने से हतोत्साहित होकर कई छात्राएं पढ़ाई छोड़ने का मन बना रही हैं। यह मनोस्थिति गांव की अधिकांश छात्राओं की है। जबकि 1 अक्टूबर को ग्रामीणों ने विधायक सचिन बिरला से भी बिजली लाने की गुहार लगाई थी। उन्होंने अपने लेटरपैड से संभागीय इंजीनियर को पत्र लिखकर पुजारा फाल्या में 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाने के लिए कहा था, लेकिन डेढ़ माह बीतने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है।
* मजरा टोला स्कीम से पहुंचेगी बिजली*
बेड़िया स्थित बिजली कंपनी के सहायक यंत्री संजय वर्मा अनुसार पुजारा फाल्या के घरों में लाइट नहीं पहुंची है। हालांकि खेतों में सिंचाई के लिए फीडर लगा है। पांच साल पहले गांव में बिजली पोल लगाए गए थे, लेकिन संबंधित एजेंसी ने काम पूरा नहीं किया, जिसके कारण आज तक बिजली नहीं पहुंची। जबकि कार्यपालन इंजीनियर अलिंद देशपांडे मुताबिक मजरा टोला स्कीम के तहत पुजारा फाल्या में बिजली पहुंचाई जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। मंजूरी का इंतजार है।