
तहसीलदार की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में मुक्तिधाम अतिक्रमण की चपेट में
भारत संवाद न्यूज से- दिनेश यादव
मंडला: ज्वाला जी वार्ड महाराजपुर में स्थित प्राचीन मुक्तिधाम में अतिक्रमण हो रहा है जिसकी शिकायत अनेकों बार वार्ड वासियों के द्वारा लिखित शिकायत तहसीलदार को की जा चुकी है परंतु वर्षों से मंडला तहसील में आर आई के पद में पदस्थ्य रहे अजय श्रीवास्तव जो कि वर्तमान में मंडला तहसीलदार हैं मुक्तिधाम की भूमि से अतिक्रमण हटाने कोई रुचि नहीं ले रहे हैं जिससे अतिक्रमण कारियो के हौसले बुलंद हो रहे हैं
*मुक्तिधाम का रुका विकास कार्य* ज्वाला जी वार्ड स्तिथ प्राचीन मुक्तिधाम खसरा नं० 127 कुल रकवा लगभग देढ़ एकड़ वर्ष 1927,28 राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है जहां आज भी अंतिम संस्कार किया जाता है वार्ड वासियों की मांग अनुसार नगरपालिका मंडला द्वारा मुक्तिधाम के विकास एवम् भूमि को अतिक्रमण से बचाने के उद्देश्य से अंतिम संस्कार के लिए टीन शेड निर्माण एवम् फेंसिंग कार्य स्वीकृत कर उक्त कार्य ठेकेदार के माध्यम से किया जा रहा था निर्माण कार्य आरंभ करने के पूर्व उक्त मुक्तिधाम की भूमि का नियमानुसार संयुक्त सीमांकन भी कराया गया था जिसमें राजस्व विभाग से हल्का पटवारी, आर आई, नगर पालिका ,वन विभाग,वनवासी सेवा मंडल के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी तथा ठेकेदार व स्थानीय वार्डवासियों की उपस्तिथि में किया गया था मौके में मुक्तिधाम की भूमि में अतिक्रमण कारियो के द्वारा सब्जी उगाई जाना पाया गया था मौके में पंचनामा बनाकर अतिक्रमण कारियो को समझाइश दी गई थी कि ठेकेदार को फैंसिंग कार्य करना है तब फसल कटने तक का समय दिया गया था परंतु अतिक्रमण कारियो के द्वारा फसल कटने के बाद भी ठेकेदार को फैंसिंग कार्य नहीं करने दिया गया और पुनः फसल लगाने भूमि तैयार की जा रही है नगरपालिका मंडला के द्वारा भी तहसीलदार को मुक्तिधाम की भूमि से अतिक्रमण हटाने पत्र लिखा गया है लेकिन तहसीलदार मंडला के द्वारा अतिक्रमण हटाने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है जिससे इनकी कार्यप्रणाली पे संदेह जताया जा रहा है और यह संदेह जातना वाजिब भी है क्योंकि मंडला तहसीलदार अजय श्रीवास्तव बहुत लंबे समय से मंडला में आर आई के पद में सेवाएं दे चुके हैं जिससे इनके संपर्क सभी लोगों से हैं हो सकता हैं इनके संपर्क अतिक्रमण कारियो से भी हो सकते हैं यही वजह है कि मुक्तिधाम की भूमि से अतिक्रमण को हटाने में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। *तहसील में दब रही फाइल* मंडला तहसील में फाइल गुमने या दबने का सिलसिला जारी है,पीड़ित अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए तहसीलदार को लिखित आवेदन करते हैं ताकि उनकी समस्याओं का निराकरण अतिशीघ्र हो जाए परन्तु मंडला तहसील में देखने सुनने को मिल रहा हे कि तहसील से आवेदन से संबंधित अनेकों फाइल गुम रही हैं या दबा दी जा रही हैं मामला ज्वाला जी वार्ड मुक्तिधाम से जुड़ा हुआ सामने आया वार्ड वासियों के द्वारा अनेकों बार लिखित आवेदन देने के बाद भी कोई कार्यवाही होते नहीं हुई तो वार्ड वादियों के द्वारा आवेदन की पावती लेकर पता लगाने की कोशिश की गई कि उनके आवेदनों का क्या हुआ तब पता चला कि आवेदन कहा गया किसी को कोई पता नहीं इसी तरह एक ओर आश्चर्य करने वाला मामला यह है कि मुक्तिधाम की भूमि का अनेकों बार सीमांकन हुआ ओर प्रतिवेदन भी बनाया गया आर आई के द्वारा प्रतिवेदन तहसीलदार कार्यालय में जमा भी किए ताकि अग्रिम कार्यवाही की जा सके लेकिन पटवारी प्रतिवेदन और पंचनामा भी तहसील कार्यालय से गुम हो गए या दबा दिए गए यह सब तहसीलदार को जानकारी नहीं होना आश्चर्य की बात है।