
श्रमजिवी पत्रकार परिषद जिला इकाई मंडला ने किया सस्त्र पूजन- जिले संत समाज- पूज्य ब्राम्हणों सहित पत्रकार साथी नारी शक्ती व गणमान्य नागरिक हुए शामिल
आप सभी को राष्ट्रीय श्रमजीवी पत्रकार परिषद जिला इकाई मंडला परिवार की ओर से- विजय दशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनांए- मित्रो बताते चलें की विजय दशमी के दिन जिला मुख्यालय मंडला सहित समूचे जिला में विजय दशमी पर्व की धूम देखने को मिला- जगह जगह सास्त्र पूजन कर बडा ही भक्तिभाव से विजय दशमी का पर्व मनाया गया- इसी क्रम में पत्रकार परिषद जिला इकाई मंडला के द्वारा प्रति वर्ष अनुसार इस भी- सास्त्र पूजन किया गया- इस बार पत्रकार परिषद जिला इकाई मंडला ने बडी खैरी स्थित श्री सिध्द दुर्गोत्सव समिती की- भव्य एवं दिव्य बाहुबली पंडाल में सास्त्र पूजन किया- कार्यक्रम में पत्रकार परिषद के जिला अध्यक्ष नीरज अग्रवाल सहित संगठन के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए- तो जिले में संचालित सभी आश्रमों के प्रमुख संत व जिला के सभी पूज्य सास्त्री भागवत भूषण- कथाकार व ज्योतिषाचार्य परम पूज्य ब्रम्हांडों ने कार्यक्रम अपनी सहभागिता देकर कार्यक्रम को और भव्य व दिव्य बना दिया- इस दौरान शहर के गणमान्य नागरिक- समाजसेवी- नारी शक्ती सहित स्थानीय निवासीयों ने भी इस सास्त्र पूजन कार्यक्रम में बड चड कर हिस्सा लिया- इस दौरान श्रमजीवी पत्रकार परिषद के अध्यक्ष व कार्यकर्ताओ ने संत समाज- जिले के गणमान्य नागरिकों व स्थानीय जनों के साथ मिलकर कलम एवं सास्त्रों का विधिवत पूजन अर्चन किया व माता रानी को चुनरी व श्रंगार अर्पित करते हुए- माता रानी को छप्पन भोग लगाकर समूचे जिला वासियों के लिए सुखमय जीवन की कामना किए- सास्त्र पूजन के दौरान श्रमजीवी पत्रकार परिषद जिला इकाई मंडला के अध्यक्ष श्री नीरज अग्रवाल सहित सभी पत्रकार साथियों ने- कार्यक्रम में उपस्थित पूज्य ब्राम्हणों- सभी संतो- का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद लिया व व कार्यक्रम में शामिल सभी संतो- ब्राम्हणों- वरिष्ठ पत्रकारों व गणमान्य नागरिकों को कलम व अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया- व कार्यक्रम में शामिल नारी शक्तियों को नमन कर आशीर्वाद लिया- इस अवसर पर जिला अध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा की- पत्रकार के लिए सबसे बडा सस्त्र अगर है तो बह कलम है- और हर पत्रकार का यह कर्तव्य होना चाहिए की- बह बिना भेदभाव के- निष्पक्ष भाव से समाज के पीडित- सोसित- व पिछडे लोगों के लिए सदैव अपनी कलम रूपी सस्त्र का निर्भीक होकर उपयोग करें- हर पत्रकार को एक बात हमेशा याद रखना होगा की- ऐ कलम रूपी सस्त्र- समाज हित के लिए सदैव तैयार रहे- और हमें एक बात की हमेशा ध्यान रखना होगा कलम हमारा सबसे बडा सस्त्र है- ऐ कभी रूके न कभी झुके- न कभी अटके न कभी भटके- सनातन धर्म व भगवान श्रीराम जी की जयकारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया- इस दौरान पूरा पंडाल भगवान श्रीराम जी की जयकारों से गुंजायमान हो गया।