
मंडला जिला के सासकिय स्कूलों व आंगनवाडियों में लगाए गए नल-जल योजना पूरी तरह फैल
मंडला जिला में सम्बंधित विभाग के द्वारा नल-जल सप्लाई के कार्य में किया जा रहा भारी लापरवाही- जिम्मेदार बेखबर
भारत संवाद न्यूज से दिनेश यादव
मंडला :-आमजन को पीने के लिए नल से जल मिल इसके लिए सरकार द्वारा महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन लाई गई- लेकिन योजना की कछुआ चाल की वजह से सरकार की मंशा साकार नहीं हो सकी- स्थिति यह है कि मध्य प्रदेश के मंडला जिला के- घरों में तो छोड़िए सरकारी स्कूलों में पेयजल के इंतजाम नहीं है- यही हाल आंगनबाडिय़ों के भी है- बताते चलें कि पूरे देश भर में जल जीवन मिशन एक महत्वपूर्ण योजना के रूप में चलाया गया था- जिसका उद्देश्य लोगों को पेयजल की मूलभूत सुविधा आसानी से उपलब्ध कराना था- इसके अंतर्गत स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों के अंदर भी शासन को पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करनी थी- लेकिन मध्यप्रदेश के मंडला जिला में हालात इसके बिल्कुल उलट नजर आते हैं- जिले के आधे से ज्यादा स्कूल ऐसे हैं जिनमें आज भी पेयजल की व्यवस्था नहीं है- जिसके चलते स्कूली बच्चों को बड़ी भारी समस्या उठानी पड़ती है- तो जिले में संचालित- आधे से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्र ऐसे हैं जहां पीने के पानी के इंतजाम नहीं है- जिसका खामियाजा मासूम बच्चों को और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भुगतना पड़ता है- जबकी सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार लगभग विगत एक वर्ष पूर्व ही जिले के स्कूलों और आंगनबाड़ी में लाखों रुपए की लागत से- जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल लगा दिया गया है- किंतू हालात यह है कि जहां नल है वहां पानी नहीं है और जहां पानी है वहां नल के ही अता पता नहीं है- स्कूलों व आंगनवाडियों में लगी नल टोंटी सिर्फ सो पीस बनकर रह गए हैं- अगर विद्यालय के बच्चों की माने तो- विद्यालयों व आंगनबाडिय़ों मे लगाए गए नलों से एक दिन भी पानी नहीं आया है- जबकी सरकार द्वारा जिले के लगभग हर सासकिय विद्यालय व आगनवाडियों में- पानी टंकी व नल लगा दीया गया है- किंत ऐ सब अनुपयोगी साबित हो रहे हैं- और सम्बंधित विभाग के जिम्मेदारों व ठेकेदार के द्वारा पूरा जिला के विद्यालय व आगनवाडियों में नल-जल सप्लाई कि व्यवस्था करने की जानकारी सरकार को दे दिया गया है- किंतू उक्त योजना सिर्फ कागज तक ही संचालित हैं- और सासकिय विद्यालयों व आगनवाडियों में लगाए गए नल सिर्फ सो पीस बनकर रह गए हैं- हालात इसलिए भी बद से बदतर है कि इन सुविधाओं की सुध लेने वाला कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति भी कुछ करने को तैयार नहीं है- मंडला जिले का भविष्य बनाने वाले स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में जब जल जीवन मिशन के यह हालात है तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के अन्य इलाकों में जल जीवन मिशन के क्या हाल होगा- जिले के पालकों की मांग है की यंहा विद्यालयों व आंगवाडियों में किए गए नल-जल सप्लाई कार्य की जांच कराई जाए- व सही तरह से नल कनेक्शन कराया जाए ताकी बच्चों को आसानी सुध्द पेयजल मिल सके- व लापरवाही पूर्वक कार्य करने बालों के विरुद्ध वैधानिक एवं दंडात्मक कार्यवाई किया जाए- सबसे शर्मनाक बात तो यह है की ठेकेदार व सम्बंधित विभाग के जिम्मेदारों ने विद्यालय तक को नहीं छोडा- और जिम्मेदार आजतक इन बातों से बेखबर हैं।