
चोमू में ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश, पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
चोमू से संदीप कुमावत की रिपोर्ट
जयपुर। चोमू थाना क्षेत्र में घटित एक ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। घटना 12 अक्टूबर 2024 की है, जब चोमू थाना पुलिस को सूचना मिली कि आरटीओ ऑफिस के पास सर्विस रोड के किनारे एक युवती का शव संदिग्ध हालत में पड़ा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो युवती के गले में ‘जय श्री श्याम’ का लॉकेट और चेहरे पर ‘राधे-राधे’ लिखा हुआ पाया गया।
जयपुर (पश्चिम) पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने बताया कि 12 अक्टूबर 2024 को थाना चोमू को सूचना मिली कि आरटीओ ऑफिस के पास सर्विस रोड के किनारे एक अज्ञात लड़की मृत अवस्था में पड़ी है। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां एक 20-25 वर्ष की युवती काली जींस और पीली शर्ट में मिली, जिसकी जीभ बाहर निकली हुई थी। प्राथमिक जांच में स्पष्ट हुआ कि हत्या कर शव को वहां फेंका गया था। अज्ञात आरोपियों ने सबूत भी नष्ट कर दिए थे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक सिंघल और सहायक पुलिस आयुक्त अशोक चोहान के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें थानाधिकारी प्रदीप शर्मा और तकनीकी विशेषज्ञों की टीमें शामिल थीं। घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल एफएसएल टीम द्वारा साक्ष्य जुटाए गए। हालांकि घटनास्थल पर अंधेरा और सीसीटीवी कैमरों की कमी के कारण पहचान करना चुनौतीपूर्ण था। मृतका के गले में ‘जय श्री श्याम’ का लॉकेट और चेहरे पर ‘राधे-राधे’ लिखा हुआ था, जिससे पुलिस को खाटू श्याम मंदिर परिसर से सुराग मिलने की उम्मीद जगी।
टीम ने खाटू श्याम मंदिर के आसपास चार दिनों तक कैमरे खंगालते हुए मृतका की फुटेज प्राप्त की। इस आधार पर उसकी पहचान करनाल की निवासी सीमा (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई। इसके बाद आरोपी दलाल जयवीर सिंह उर्फ जगपाल सिंह और उसकी सहयोगी प्रियंका उर्फ कंचन को पिपली, करनाल से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे मृतका से देह व्यापार करवाते थे, लेकिन सीमा इससे परेशान थी और व्यापार छोड़ना चाहती थी। उसे यह डर था कि वह पुलिस को सबकुछ बता देगी, जिससे उनकी बदनामी हो सकती थी। इस कारण दोनों ने मिलकर सीमा की हत्या की योजना बनाई। 11 अक्टूबर को वे सीमा को खाटू श्याम मंदिर ले गए, और फिर उसे नींद की गोली खिलाकर कार में ही तकिए से दम घोंट कर मार डाला। इसके बाद शव को चोमू इलाके में फेंककर फरार हो गए।
आरोपियों से पूछताछ जारी है और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भी जांच की जा रही है।