
आर्यिका माताजी के सानिध्य में रजतमई मांडने पर शांति नाथ मंडल विधान रचाया गया।
सनावद:– नगर में चातुर्मासरत आर्यिका सरस्वती माताजी के सानिध्य में श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ बड़ा मंदिरजी में शांति नाथ मंडल विधान रचाया गया । विधान करवाने का सौभाग्य किशोर कुमार शैलेन्द्र कुमार चौधरी परिवार को प्राप्त हुआ।
समाज प्रवक्ता सन्मति काका ने बताया की इस अवसर पर प्रातःकाल पंचामृत अभिषेक व शांति धारा के साथ नित्य नियम पूजन के साथ ही शांति स्तोत्र का पाठ कर झल्लरी यंत्र के द्वारा जयघोष कर मंदिर जी की परिक्रमा की गई। इसके साथ ही विश्व कल्याण की कामना हेतु रजतमयी मांडने पर श्री शांतिनाथ महामंडल विधान का आयोजन किया गया जिसमे सभी समाजजनों ने 120 अर्घ्य समर्पित किये।
आर्यिका सरस्वती माताजी ने बताया की । यह आयोजन मानव से महामानव और आत्मा से परमात्मा बनने के प्रतीकात्मक आयोजन है। जिनके जरिए धर्म और पुण्य का संचय होता है। भगवान शांतिनाथ ने चक्रवर्ती सम्राट होने के बावजूद सब कुछ त्याग कर आत्म कल्याण के मार्ग को अपनाया था। जिसके जरिए उन्होंने मोक्ष को प्राप्त कर जगत को मोह माया राग द्वेष से दूर रहने का संदेश दिया।
इस अवसर परअचिंत्य जैन,महेंद्र मुंसी, रदेश जैन, विपिन जैन,किशोर जैन, गौतम जैन मंजुला भुच, किरण बाई चौधरी,मीना जटाले,अंजू पाटनी, पुष्पा जैन,कविता जैन,सरोज जैन, सहित अनेक समाजजन उपस्थित थे।